महिला महाविद्यालय जिला का श्रेष्ठ महाविद्यालय है जहां साहित्यकारों की जयंती मनाई जाती:- अरविन्द प्रसाद
कार्यक्रम में उपस्थित
मधुबनी
स्थानीय जे एम डी पी एल महिला महाविद्यालय में 14 से 28 सितम्बर तक हिन्दी पखवाड़ा मनाया जा रहा है।इस क्रम में मंगलवार को राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की जयंती मनाई गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अरविन्द प्रसाद तथा डॉ दीपक त्रिपाठी थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाचार्य डॉ सत्येन्द्र प्रसाद सिंह ने किया। कार्यक्रम महाविद्यालय के सभागार में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन से हुआ। दीप प्रज्वलन मुख्य अतिथि डॉ दीपक त्रिपाठी, अरविन्द प्रसाद, प्रधानाचार्य डॉ सत्येंद्र प्रसाद सिंह, सिंडिकेट सदस्य डॉ अमर कुमार के साथ उपस्थित शिक्षकों ने किया। अंजली कुमारी ने कुलगीत गया। स्वागत गान अंजली कुमारी, खुशी कुमारी और साक्षी कुमारी ने गाया। रागिनी कुमारी, शिवानी और कोमल कुमारी ने कविता पाठ किया।सुमन कुमारी ने रामधारी सिंह दिनकर जी का पेंसिल स्केच प्रधानाचार्य को सौंपा। समारोह को संबोधित करते हुए अरविन्द प्रसाद ने कहा कि महिला महाविद्यालय जिला का श्रेष्ठ महाविद्यालय है जहां साहित्यकारों की जयंती मनाई जाती है। दिनकर जी की रचनाएं मधुबनी की धरती पर रची गई है। रामधारी सिंह दिनकर ओज, शौर्य और वीरता के कवि थे। डॉ दीपक त्रिपाठी ने कहा कि रामधारी सिंह दिनकर का व्यक्तित्व सूर्य के समान था।वे गद्य, पद्य दोनों में अग्रणी थे। उनके वीरता और ओज से चेतना जागृत होती है।अध्यक्षीय भाषण में प्रधानाचार्य डॉ सत्येंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि रामधारी सिंह दिनकर की रचनाओं से अंग्रेजों के विरुद्ध स्वतंत्रता संग्राम को बल मिला। उनकी रचना हुंकार से उन्हें ख्याति मिली। दिनकर की रचना का उत्कर्ष उर्वशी है। रसवंती उनकी आत्मा है।दिनकर जनता के कवि थे। मैथिल- कोकिल विद्यापति के बाद बिहार में इतना प्रभावशाली कवि और नहीं हुए।प्रधानाचार्य डॉ सत्येंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि मैं दिनकर की भूमि को नमन करता हूं – हे भूमि सिमरिया घाट धन , तुमसा न दूसरा गांव अन्य। तुमने दिनकर को जन्म दिया,हिन्दी कविता को धन्य किया। सभा को डॉ शक्ति कुमारी ,डॉ शिव कुमार पासवान, डॉ अरुण कुमार मंडल,और विनय कुमार दास ने भी संबोधित किया।समारोह में डॉ अन्नापूर्णा कुमारी, डॉ निभा झा , डॉ काशी नाथ चौधरी, डॉ पुष्पलता झा, डॉ कुमारी अनुराधा, डॉ पूजा गुप्ता, डॉ श्वेता सिंह, डॉ ममता कुमारी, डॉ इस्मत जहां, डॉ सना परवीन, डॉ सुभद्र झा , डॉ जाहिद अनवर, डॉ मोहम्मद आलम साक्षी कुमारी, सलोनी कुमारी वर्षा कुमारी बेबी कुमारी रामचंद्र सिन्हा, दिलीप सिंह आदि उपस्थित थे।कार्यक्रम का संचालन डॉ निवेदिता कुमारी ने किया। कार्यक्रम का आयोजन आई क्यू ए सी , हिन्दी विभाग और राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा किया गया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ अमर कुमार ने किया।
