बच्चों का स्थान विद्यालय में है , खेलकूद के मैदान में है ना कि किसी होटल, ढाबा गैराज, फैक्ट्री में :-डीएम

बैठक करते डीएम
मधुबनी
जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा की अध्यक्षता में शनिवार को समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में बाल श्रम, बाल विवाह, मानव व्यापार से संबंधित जिला स्तरीय समितियों की संयुक्त बैठक तथा बंधुआ श्रमिकों की पहचान, विमुक्ति एवं पुनर्वास से संबंधित जिला निगरानी समिति की बैठक आयोजित की गई ।बैठक को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने बताया कि प्रत्येक समाज का यह दायित्व होता है कि बच्चों को उनका अधिकार प्राप्त हो । 14 वर्ष तक की आयु के सभी बच्चों को शिक्षा का अधिकार मिले । उन्होंने कहा कि कम उम्र में बच्चों पर काम का बोझ डालने से बच्चों का शारीरिक एवं मानसिक विकास नहीं हो पता है । बच्चों का स्थान विद्यालय में है , खेलकूद के मैदान में है ना कि किसी होटल, ढाबा गैराज, फैक्ट्री आदि में । बैठक में बाल श्रम से संबंधित विषयों पर श्रम अधीक्षक राकेश रंजन के द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 में धावा दल के द्वारा बाल श्रमिकों की विमुक्ति हेतु किए गए कार्यों एवं पुनर्वास से संबंधित किए गए अन्य कार्यों की विस्तृत प्रस्तुति जानकारी दी गई तथा संबंधित श्रम कानून एवं राज्य कार्य योजना के विषय में जिला टास्क फोर्स के सभी सदस्यों को विस्तार से जानकारी दी गई । श्रम अधीक्षक के द्वारा बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2023 24 में अब तक 38 बाल श्रमिकों को विभिन्न प्रखंडों से विमुक्त कराया गया है जिसमे 31 बाल श्रमिक मधुबनी जिले के हैं जबकि 7 बाल श्रमिक अन्य जिलों के हैं तथा उनके पुनर्वास हेतु संबंधित जिले के श्रम अधीक्षक को पत्र के द्वारा सूचित किया गया है । प्रभारी सहायक निदेशक , जिला बाल संरक्षण इकाई आशीष अमन के द्वारा बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में विमुक्त 38 बाल श्रमिकों में से 31 बाल श्रमिक मधुबनी जिले के हैं जिनमे 24 बाल श्रमिकों का पात्रता पत्र तैयार किया जा चुका है तथा शेष 7 का प्रक्रियाधीन है । जिलाधिकारी के द्वारा जिला स्तरीय निगरानी समिति के सभी मनोनीत सदस्यों से जिले में कहीं बंधुआ मजदूरी का मामला होने के संबंध में पूछताछ की गई तो सभी ने बताया कि वर्तमान में मधुबनी जिले में कहीं भी इस तरह का मामला होने की उन्हें जानकारी नहीं है तथा ऐसा कोई भी मामला यहां विगत कुछ वर्षों में प्रकाश में नहीं आया है । जिलाधिकारी के द्वारा सभी सदस्यों को निर्देश दिया गया कि यदि इस तरह को कोई मामला उनके संज्ञान में आता है तो वो अविलंब उन्हे सूचित कर तत्काल नियमानुसार कारवाई सुनिश्चित करेंगे ।जिलाधिकारी के द्वारा सभी अनुमंडल में अनुमंडल स्तरीय निगरानी समिति का पुनर्गठन कर उसकी यथाशीघ्र बैठक कराने हेतु सभी अनुमंडल पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया । बैठक में उप विकास आयुक्त विशाल राज, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, डीपीओ आईसीडीएस विनिता कुमारी, प्रभारी सहायक निदेशक जिला बाल संरक्षण इकाई आशीष अमन, पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय) प्रभाकर तिवारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला कल्याण पदाधिकारी , सर्वो प्रयास संस्था की निर्मला कुमारी , बाल संरक्षण पदाधिकारी आदि उपस्थित थे ।