इतिहास, संस्कृति और धार्मिक आस्था से अत्यंत समृद्ध रहा है मिथिला::- मंत्री अरुण शंकर प्रसाद
सम्मानित होते मंत्री
जयनगर
अरुण शंकर प्रसाद कैबिनेट मंत्री, पर्यटन तथा कला-संस्कृति एवं युवा विभाग ने गुरुवार को जयनगर किसान भवन सभागार में आयोजित एनडीए सह जन आभार अभिनंदन समारोह को संबोधित करते हुए क्षेत्र के विकास, पर्यटन संवर्धन और सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण को लेकर कई महत्वपूर्ण घोषणाएँ कीं। कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, बुद्धिजीवियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं तथा बड़ी संख्या में उपस्थित आम जनता ने मंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया।अपने संबोधन में मंत्री अरुण शंकर प्रसाद ने कहा कि जयनगर और आसपास के क्षेत्र इतिहास, संस्कृति और धार्मिक आस्था से अत्यंत समृद्ध रहा है। सरकार का लक्ष्य इन विरासतों को सही पहचान दिलाना और पर्यटन के माध्यम से स्थानीय आर्थिक गतिविधियों को गति देना है। इसी क्रम में उन्होंने घोषणा की कि जयनगर में कमला महोत्सव का भव्य आयोजन कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर किया जाएगा। यह महोत्सव कमला नदी से जुड़ी सांस्कृतिक परंपराओं, लोककला, हस्तशिल्प, स्थानीय व्यंजन और धार्मिक कार्यक्रमों का संगम होगा।मंत्री ने कहा कि कमला महोत्सव क्षेत्र को न सिर्फ नई पहचान देगा, बल्कि स्थानीय युवाओं, कलाकारों, व्यापारियों और पर्यटन से जुड़े लोगों के लिए नए अवसर भी उपलब्ध कराएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि महोत्सव को सफल बनाने के लिए सुरक्षा, स्वच्छता, आवागमन, सांस्कृतिक मंच, प्रदर्शनी क्षेत्र तथा श्रद्धालुओं की सुविधा से संबंधित सभी तैयारियाँ समय से पूरी की जाएँ।अपने संबोधन में उन्होंने शिलानाथ मंदिर के काया-कल्प की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह मंदिर धार्मिक आस्था का प्रमुख केंद्र है, लेकिन वर्षों से इसके समुचित संरक्षण और विकास पर ध्यान नहीं दिया गया। अब मंदिर परिसर का जीर्णोद्धार, सौंदर्यीकरण, प्रकाश व्यवस्था, श्रद्धालुओं के लिए विश्राम स्थल तथा पूजा-अर्चना के लिए आवश्यक सुविधाएँ आधुनिक स्वरूप में विकसित की जाएँगी।इसी के साथ उन्होंने जगत जननी माँ सीता की जन्मस्थली – पुनौराधाम को वैश्विक धार्मिक पर्यटन मानचित्र पर स्थान दिलाने के लिए विशेष योजना लागू करने की बात कही। मंत्री ने कहा कि पुनौरा धाम न केवल मिथिला की अस्मिता का प्रतीक है, बल्कि पूरे देश और विश्व के करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था से जुड़ा है। सरकार इस स्थल को अंतरराष्ट्रीय स्तरीय तीर्थ स्थल के रूप में विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है।इसके अलावा उन्होंने कलणा स्थित कलानेश्वर मंदिर, जयनगर का बभनदई तालाब तथा कई अन्य ऐतिहासिक एवं दार्शनिक स्थलों का भी विस्तृत उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि इन स्थलों में अपार संभावनाएँ हैं और इन्हें विकसित कर जयनगर को एक प्रमुख पर्यटन सर्किट के रूप में स्थापित किया जाएगा। इसके लिए अधोसंरचना विकास, सड़क संपर्क, पर्यटक सुविधाएँ, सूचना केंद्र, प्रकाश एवं ध्वनि व्यवस्था और स्थानीय मार्गदर्शकों के प्रशिक्षण जैसे कार्य प्राथमिकता में लिए जाएँगे। इस अवसर पर मुख्य पार्षद कैलाश पासवान, उप मुख्य पार्षद माला तिवारी, सुरज गुप्ता, उद्धव कुंवर, विनय सिंह सांसद प्रतिनिधि, हरिश्चंद्र शर्मा, राजकुमार सिंह जदयू, जितेन्द्र भारती जिला परिषद खजौली, किशुन सहनी, गोपाल सिंह, नारायण यादव सेवा निवृत्त शिक्षक, अरविंद टीवारी, गिरधारी सराफ, राम कुमार सिंह, अमरेश झा, राम दास हाजरा मुखिया, सुरेन्द्र सिंह मुखिया, राम प्रसाद राऊत, मोती लाल यादव, प्रकाश सिंह, रामजी गुप्ता, नितिश प्रधान, शिव शंकर ठाकुर, राम बाबू कामत, राम विनोद सिंह, विवेक ठाकुर समेत कई अन्य मौजूद रहे।
