मिथिला की प्राचीन परंपरा को सदैव प्रासंगिक बनाए रखने में पूरी तरह सफल है मिथिला हाट ::- दो संत कुमार चौधरी
जदयू नेता संजय झा शिक्षाविद संत चौधरी
मधुबनी
लोकोपकारी व जनोपयोगी कार्यों के लिए प्रतिबद्ध हैं संजय झा-डॉ.संत कुमार चौधरी। मिथिला की प्राचीन परंपरा को सदैव प्रासंगिक बनाए रखने में पूरी तरह सफल।मिथिला हाट का निर्माण करवाकर पेश किया नया नजीर।उक्त बातें एस.के.चौधरी एजुकेशनल ट्रस्ट के चेयरमैन प्रख्यात शिक्षाविद डॉ.संत कुमार चौधरी ने राज्यसभा के माननीय सांसद सह जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा से अनौपचारिक भेंट में कहीं।शिक्षाविद डॉ.चौधरी ने राज्यसभा सांसद संजय झा द्वारा मिथिला के सर्वांगीण विकास के लिए कई महत्वाकांक्षी योजनाओं को धरातल पर उतारे जाने की अन्तर्दृष्टि को विरल बताते हुए भूरि-भूरि प्रशंसा की।मिथिला हाट निर्माण,सिमरिया धाम का सौन्दर्यीकरण तथा सूबे में जल-संसाधन से संबद्ध कई छोटी-बड़ी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन का संपूर्ण श्रेय राज्यसभा सांसद को ही जाता है।साथ ही डॉ.चौधरी ने कोशी नदी से संबद्ध बृहत्तर परियोजनाओं के अगले माह से कार्यारंभ होने को ऐतिहासिक महत्व का बताते हुए कहा कि विगत सदी के सातवें दशक में तत्कालीन केंद्रीय मंत्री ललित नारायण मिश्र द्वारा प्रारंभ किए गए कार्यों को पूरा करना उनके अधूरे सपने को पूरा करने जैसा है।इस अवसर पर कला संस्कृति युवा विभाग के राज्य परामर्शदात्री सदस्य उज्ज्वल कुमार ने हाल ही में मिथिला की शैक्षिक व सांस्कृतिक विरासत के रूप में बहुचर्चित मिथिला संस्कृत शोध संस्थान की प्राचीन बहुमुल्य पांडुलिपियों के समुचित संरक्षण व संवर्धन के लिए सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ध्यान आकृष्ट करने तथा संस्थान परिसर में उनके आगमन की पूरी पटकथा तैयार करने वाले संजय झा के अवदान को अविस्मरणीय बताया।साथ ही मिथिला की त्रिवेणी के रूप में प्रख्यात त्रिमुहानी संगमधाम को ‘मिनी सिमरिया’ बनाये जाने की दिशा किए गए ठोस प्रयासों को उल्लेखनीय बताया। विदित हो कि डॉ.संत कुमार चौधरी ने माननीय राज्यसभा सांसद का अभिनंदन अंगवस्त्र भेंट कर किया।
