मधुबनी में बिहार बन्द का असर, सड़कों पर नहीं चली वाहन, मुख्य सड़क जामकर किया विरोध,

जिला मुख्यालय के मुख्य सड़क को जाम करते बंद समर्थक
मधुबनी
ट्रेड यूनियन के हड़ताल के समर्थन और बिहार में भारतीय निर्वाचन आयोग के द्वारा चलाए जा रहे मतदाता सूची गहन पुनरीक्षण अभियान के खिलाफ बुधवार को इंडिया गठबंधन समन्वय समिति मधुबनी के बैनर तले राजद जिला अध्यक्ष सह पूर्व विधायक रामाशीष यादव, बीर बहादुर राय,पूर्व मंत्री समीर कुमार महासेठ,भारत भूषण मंडल, जिला प्रभारी कुमार राय, राजकुमार यादव, आरिफ जिलानी अम्बर, संतोष यादव, रेणु यादव, इंद्रजीत राय, कांग्रेस जिला अध्यक्ष सुबोध मंडल, डिप्टी मेयर अमानुल्लाह खान, मनोज मिश्रा, भाकपा माले जिला सचिव ध्रुवनारायण कर्ण, सीपीआई जिला सचिव मिथिलेश झा, मनोज मिश्रा, राजश्री किरण एटक जिला सचिव सत्यनारायण राय, मोतीलाल शर्मा, माकपा जिला सचिव मनोज यादव, दिलीप झा, गणपति झा, राज्य सचिव मंडल सदस्य रामपरी देवी वीआईपी जिला अध्यक्ष विष्णुदेव चौधरी, श्यामसुंदर सहनी, के नेतृत्व में राजद ,कांग्रेस, भाकपा माले, सीपीआई , माकपा, वीआईपी के कार्यकर्ताओं ने सुबह 7 बजे मधुबनी रेलवे स्टेशन पहुंचकर शहीद एक्सप्रेस एवं स्टेशन के सामने सड़क को रोककर चक्काजाम किया। रेल चक्का जाम का नेतृत्व कर रहे गठबंधन के नेताओं ने कहा कि मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण का कार्य कमजोर और पिछड़े वर्गों को मतदान के अधिकार से वंचित करने की साजिश है। केंद्र की सरकार चुनाव आयोग पर दबाव बनाकर पुनरीक्षण कार्य करवा रही है। भोलू यादव ने कहा कि अगर सरकार आम लोगों की मांगों पर विचार नहीं करती है तो वो आंदोलन को उग्र करेंगे। बाद में गठबंधन के नेताओं के द्वारा स्टेशन से प्रतिरोध मार्च करते हुए जिला मुख्यालय के दोनों गेट के सामने सड़क जाम कर नारेवाजी किया गया। वक्ताओं ने कहा कि केंद्रीय श्रमिक संगठनों ने आज राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। ट्रेड यूनियंस 25 करोड़ श्रमिकों को लेकर भारत बंद की कमान संभाले हुए हैं। ट्रेड यूनियंस के मुताबिक, देशभर में बैंकों, बीमा दफ्तरों और कोयला खदानों के बंद रहने का आह्वान किया गया है, वहीं बिहार में विपक्षी दलों ने मतदाता गहन पुनरीक्षण के खिलाफ चक्का जाम का ऐलान किया है। भारतीय निर्वाचन आयोग के द्वारा बिहार में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान 30 जून, 2025 से चलाया जा रहा है, जिसकी अंतिम तिथि 25 जुलाई, 2025 रखी गई है। इंडिया महागठबंधन का मानना है कि बिहार में पिछड़े, अतिपिछड़े, दलितों, आदिवासियों एवं अल्पसंख्यकों के साथ गरीब मतदाताओं के नामों की छंटनी करने के लिए एनडीए के इशारे पर यह विशेष गहन पुनरीक्षण का कार्य किया जा रहा है। उनका आरोप है कि यह मताधिकार छीनने की साजिश है। इस तरह के आलोकतांत्रिक रवैये का प्रतिकार करने के लिए इंडिया महागठबंधन’ के द्वारा 09 जुलाई, 2025 को आयोजित बिहार में पूर्ण चक्का जाम सुबह 07 बजे से मधुबनी रेलवे स्टेशन से प्रतिरोध मार्च किया गया।राजद के मनोज यादव, राजेंद्र यादव, विष्णुदेव सिंह यादव, चूल्हाई कामत, भरत भूषण यादव, पवन यादव, उमेश राम, चित्रभानु चौधरी उर्फ राजा, शंभु प्रसाद यादव, बिपिन यादव, शिवजी कुमार भारती,बुद्ध प्रकाश, चने सदाय,चरित्र सदा,मंजू यादव, मो. महताब सिद्दकी, मुन्ना राम, ललित पासवान, भाकपा माले के बिशंभर कामत,योगेंद्र यादव,पुरनेन्दु कुमार ,बीरेंद्र पासवान, अरबिंद पासवान,शैनी शाह,मालती देवी,मोहम्मद ईमरान, शंकर चौधरी,बच्ची देवी ललिता देवी नागो देवी,चंद्र शेखर पासवान, पूनम देवी, सीपीआई के मोतीलाल शर्मा, ओमप्रकाश गुप्ता ,मो.निजाम, मो. कलाम, उत्तिम महतो, मंतोर देवी, मो.मुस्तफा, कैलाश साह,इदरीश, शिवनारायण यादव, माकपा के रामजी यादव, शशिभूषण प्रसाद, भागवत यादव, अनीश कुमार यादव, प्रभात कुमार मनु, कैलाश पासवान, रेखा देवी, रीना देवी, बीबी खातून, वीआईपी पार्टी के संजय सहनी जिला प्रभारी, सुरेश यादव, युवा अध्यक्ष, बेचू नारायण सहनी, मोहन यादव, बिंदे मुखिया, उपेंद्र मुखिया, तपेश्वर सहनी,राजा ठाकुर, राधाकृष्ण कामत,दयानंद कामत, सरोज कामत, सहित गठबंधन के हजारों कार्यकर्ताओं ने बंद में शामिल हुए।