सौराठ सभा गाछी में दो दिवसीय सौराठ महोत्सव का हुआ शुभारंभ , सौराठ सभा की खत्म होती परंपरा को जान फूंकने का है एक बेहतर प्रयास

उद्घाटन करते मंत्री, एमएलसी , डीएम
मधुबनी
मोहन झा
ऐतिहासिक सौराठ सभा गाछी में सभावास के अंतिम दो दिन राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन के सौजन्य से पहली बार दो दिवसीय सौराठ महोत्सव समारोह का आयोजित किया गया बीते शाम । इस आयोजन से मिथिला का ऐतिहासिक समृद्धशाली विरासत को उजागर किया जा रहा है।।कार्यक्रम का उदघाटन कला संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री मोतीलाल प्रसाद, डीएम आनंद शर्मा ,विधान पार्षद घनश्याम ठाकुर सहित पदाधिकारियों एवं गणमान्य लोगों ने दीप प्रज्वलित कर उदघाटन किया। कला संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री एवं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ने संबोधित करते हुए कहा कि मिथिला की पौराणिक वैवाहिक स्थल का इतिहास सात सौ वर्षों का है बिहार सरकार द्वारा सौराठ महोत्सव समारोह आयोजित कर प्राचीन धरोहर को जीवंत बनाए रखने के लिए कार्यक्रम का शुरूआत किया गया है। डीएम आनंद शर्मा ने संबोधित करते हुए कहा कि मिथिला का स्वयंवर सभा राजा जनक के समय काल से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि कर्णाट वंशज के राजाओं ने वर एवं वधू के विवाह बंधन के लिए सौराठ सभा की शुरुआत हुई। पंजी प्रथा की खास महत्व बनाये हुए है। उन्होंने कहा कि आगामी वर्ष और भी बेहतर ढंग से सौराठ महोत्सव समारोह आयोजित किया जाएगा।विधान पार्षद घनश्याम ठाकुर ने संबोधित करते हुए कहा कि पंजी सिद्धांत व्यवस्था मिथिला संस्कृति की गरिमा बरकरार है।इस व्वयस्था को सुदृढ़ करने का हरसंभव प्रयास करेंगे।इस अवसर अवसर पर जिप अध्यक्षा बिंदु गुलाब यादव,जिप उपाध्यक्ष संजय कुमार यादव, मुखिया कामिनी झा, सौराठ सभा समिति के अध्यक्ष कृष्ण कान्त झा गुड्डू , सचिव डा.शेखर चन्द्र मिश्र,सह सचिव अनिल कुमार झा सहित पदाधिकारियों ने संबोधित किया। उदघाटन समारोह से पूर्व शंभूनाथ झा एवं विद्वानों ने वेद पाठ व शंखध्वनि से शुभारंभ किया गया।अपर समाहर्ता राजेश कुमार, संतोष कुमार,परिमल कुमार एवं एसडीओ चंदन कुमार झा सहित पदाधिकारियों ने भाग लिया।सांस्कृतिक कार्यक्रम के उदघोषक डा.रामसेवक ठाकुर एवं उद्घोषिका मुस्कान झा ने संचालन किया। कार्यक्रम में मैथिली भाषा के गीत संगीत कलाकारों ने देर रात तक श्रोताओं को आनंदित किया।