सौराठ सभा मिथिला का सामाजिक सांस्कृतिक विरासत का अनूठा धरोहर :- एसडीएम चंदन झा
कर्णाट वंश के राजा हरिसिंह देव द्वारा 1324 ई. में स्थापित ऐतिहासिक पौराणिक मिथिला के वैवाहिक सामाजिक धरोहर स्थल सौराठ सभावास का बुधवार अपराह्न में उदघाटन एसडीओ चंदन कुमार झा एवं उपस्थित गणमान्य लोगों ने फीता काट कर किया। पूर्व वर्षों की भांति कार्यक्रम के शुभारंभ में पंजीकारों को पाग दोपटा पहनाकर सम्मान से कार्यक्रम का आगाज किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एसडीओ चंदन कुमार झा ने संबोधित करते हुए कहा कि सौराठ सभा मिथिला का सामाजिक सांस्कृतिक विरासत का अनूठा धरोहर है। इसके गरिमा को अक्षुण्ण बनाए रखने में सौराठ एवं इसके इर्द-गिर्द गांव के लोगों की सहभागिता सुनिश्चित होना चाहिए।कार्यक्रम का अध्यक्षता करते हुए सभा विकास समिति के अध्यक्ष कृष्ण कान्त झा गुड्डू ने आगत अतिथियों को स्वागत किया।सौराठ महोत्सव समारोह आयोजित करने के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। कार्यक्रम में सचिव शेखर चन्द्र मिश्र एवं सुमित कुमार मिश्र ने बताया कि पर्यटन विभाग द्वारा सौराठ सभा को पर्यटक स्थल बनाने की स्वीकृति दिया गया है। कार्यक्रम में सीओ अभय कुमार, बीडीओ निरंजन कुमार आदि उपस्थित वक्ताओं ने मिथिला के अनमोल विरासत सौराठ सभा की गरिमा बरकरार रखने के लिए अपील की। कार्यक्रम में थानाध्यक्ष रविन्द्र कुमार,सह सचिव अनिल कुमार झा,डा.इन्द्र मोहन झा, पत्रकार श्यामानंद मिश्र,पंजीकार अमरेन्द्र कुमार झा, प्रमोद मिश्र,बिनोद नारायण झा, शम्भू नाथ पंडा,सुजीत कुमार झा, धर्मेन्द्र कुमार मिश्र, कैलाश भारद्वाज , सुभाष चन्द्र झा आदि उपस्थित लोगों को सम्मानित किया गया।मंच संचालन आनंद झा ने किया।
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