विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के नेताओं द्वारा टिकट बंटवारे में हुई घोर अनियमितता ::- डॉ शकील अहमद
पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ शकील अहमद
मधुबनी
बिहार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सह पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री डॉ शकील अहमद ने कांग्रेस पार्टी के सदस्यता से त्यागपत्र देने के बाद अपने गृह जिला मधुबनी में शहर के एक निजी होटल के सभागार में प्रेसवार्ता आयोजित कर विधानसभा चुनाव में पार्टी के नेताओं द्वारा टिकट बंटवारे में हुई घोर अनियमितता को लेकर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर गंभीर सवाल उठाया है उन्होंने कहा है कि मैं कांग्रेस पार्टी से दो बार लोकसभा सदस्य , तीन बार विधायक एवं पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव, प्रवक्ता एवं प्रदेश के अध्यक्ष रह चुका हूं दो साल पूर्व ही मैने ने घोषणा कर दिया कि अब मैं लोकसभा या विधानसभा का चुनाव नहीं करूंगा एवं पार्टी को भी लिखकर दे दिया था लेकिन पार्टी में काम करता रहूंगा साथ ही यह भी सूचित कर दिया था कि मेरे परिवार के भी कोई सदस्य को राजनीति में आने का और चुनाव लड़ने से इंट्रेस्ट नहीं है मेरे कांग्रेस पार्टी के साथ तीन पुरखों से संबंध रहा है मेरे दादा एवं पिताजी भी कांग्रेस से विधायक होते रहें है उनके बाद मैने भी कांग्रेस पार्टी से उसी प्रकार संबंध बना कर रखा मेरे लोकसभा क्षेत्र में मधुबनी में छ विधानसभा आता हैl इस बार तीन विधानसभा राजद के कोटे में चला गया और दो विधानसभा बेनीपट्टी एवं जाले कांग्रेस पार्टी के कोटे में रहा मेरा क्षेत्र रहते हुए भी मुझ से आलाकमान के द्वारा नामित प्रभारी , सह प्रभारी या प्रदेश अध्यक्ष ने एक बार भी मुझ से राय मशविरा करना मुनासिफ नहीं समझा जबकि इस संबंध में मैने पहले ही अपने नेतृत्व को विस्तृत रिपोर्ट दे चुका था फिर भी किसी तरह की बातचीत नहीं करना यह मुझे अपमान सा लगा तब जाकर मैने ने पार्टी की सदस्यता से अपना इस्तीफा अध्यक्ष जी को भेज दियाl उन्होंने स्पष्ट आरोप लगाया है राज्य स्तर पर टिकट चयन में लगी टीमों की गड़बड़ियों एवं गलतियों के कारण ही कांग्रेस पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा एक सवाल के जवाब में उन्होंने यह भी कहा कि पहले अन्य पार्टियों में पैसे लेकर टिकट देने की चर्चा होती थी लेकिन इस बार कांग्रेस में भी टिकट बंटवारे में पैसे के लेन देन की शिकायतें खुलेआम लगाई जा रही है वह भी विधायक एवं पूर्व मंत्रियों के द्वारा लगाया जा रहा है जो पार्टी के लिए बेहद शर्मनाक हैl लिए इसलिए कांग्रेस हाईकमान को तत्काल इसकी जांच कर दोषियों पर कारवाई करनी चाहिए साथ ही यह भी कहा कि आलाकमान के द्वारा जो नामित लोग बिहार चुनाव को देख रहे थे वे सभी नौसिखिए है आज तक कोई चुनाव भी नहीं लड़ा है उन्हें चुनाव का क्या अनुभव हो सकता है कहा तो यहां तक जाता है कि रात के अंधेरे में बिहार कांग्रेस नेतृत्व एवं प्रभारियों एवं सह प्रभारियों ने मोटी रकम उगाही किया है और एक भी टिकट प्रदेश कार्यालय से नहीं दिया गया बल्कि अपने स्लिपर सेल के माध्यम से टिकट सौंप दिया उन्होंने कहा कि मेरे लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत हरलाखी विधानसभा भी आता है वहां पिछले चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार रहे मो शब्बीर अहमद को काफी मत मिले थेl लेकिन उनको भी टिकट नहीं मिला वहीं बेगूसराय के बछवाड़ा से निर्दलीय रहे गरीब दस को इस बार टिकट दिया गया जबकि गठबंधन के दल सीपीआई ने हमारे चार उम्मीदवारों के खिलाफ अपना उम्मीदवार उतार दिया था।उन्होंने यह भी बताएं कि वे कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे चुकें है लेकिन कांग्रेस पार्टी के सिद्धांत एवं विचार धारा के साथ जीवन भर रहूंगा और अपना वोट कांग्रेस उम्मीदवार को देते रहूंगा साथ ही यह भी स्पष्ट कर दिए कि मैं कोई पार्टी भी नहीं बनाऊंगा।
