“हमारा फोकस अर्जुन की तरह केवल मछली की आँख पर ही होना चाहिए:: – जिलाधिकारी
कार्यक्रम का उद्घाटन करते जिलाधिकारी
मधुबनी,
जिले में कला, संस्कृति और प्रतिभा का संगम देखने को मिला जब जिलाधिकारी आनंद शर्मा ने वाटसन उच्च विद्यालय परिसर में दीप प्रज्वलित कर जिला स्तरीय कला उत्सव-2025 का विधिवत उद्घाटन किया। उक्त जिला स्तरीय समारोह में जिले के सरकारी एवं निजी विद्यालयों के 9वीं से 12वीं कक्षा के चयनित विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। बताते चले कि कला उत्सव की शुरुआत वर्ष 2015 में स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार ने की थी। इसका उद्देश्य *माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियों की कलात्मक प्रतिभा को पहचानना और उन्हें मंच प्रदान करना है। वर्ष 2025-26 की समग्र शिक्षा योजना के अंतर्गत मधुबनी जिला प्रशासन ने इस उत्सव का भव्य आयोजन किया है।इस बार उत्सव की थीम है। “विकसित भारत-2047 में भारत की परिकल्पना”। इसके अंतर्गत विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा 12 विधाओं में प्रदर्शित की। इनमें शामिल हैं। संगीत (गायन) एकल एवं समूह, संगीत (वादन) एकल एवं समूह, नृत्य एकल एवं समूह, नाटक – समूह, दृश्य कला – एकल एवं समूह, चित्रकला/चित्रकारी एवं मूर्तिकला, पारंपरिक कहानी वाचन विद्यालय स्तर पर हुई प्रतियोगिताओं में प्रत्येक विधा से प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को जिला स्तर की इस प्रतियोगिता में प्रतिभाग का अवसर दिया गया।“हमारा फोकस अर्जुन की तरह केवल मछली की आँख पर होना चाहिए। अगर हम पूरी निष्ठा और एकाग्रता से अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करेंगे, तो असफलता के बावजूद सफलता से दूर नहीं रहेंगे। आप सभी को सिर्फ अपने परिवार का ही नहीं, बल्कि अपने जिले, राज्य और देश का नाम रोशन करना है। यही प्रयास भारत को विकासशील से विकसित बनाएगा।”जिलाधिकारी ने मंच से कहा कि मधुबनी में किसी भी बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन में ऑडिटोरियम की कमी हमेशा खलती है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जिले में शीघ्र ही आधुनिक संसाधनों से लैस ऑडिटोरियम का निर्माण कराया जाएगा, ताकि विद्यार्थियों की प्रतिभा को और बेहतर मंच मिल सके।उन्होंने कहा कि इसकी लेकर अग्रेत्तर करवाई की जा रही है।इस मौके पर जिला जनसंपर्क पदाधिकारी परिमल कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी, अक्षय कुमार पाण्डेय, शिक्षा विभाग से सभी जिला कार्यक्रम पदाधिकारी एवं अन्य मौजूद थे ।
